CONSIDERATIONS TO KNOW ABOUT HANUMAN SHABAR MANTRA

Considerations To Know About hanuman shabar mantra

Considerations To Know About hanuman shabar mantra

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हनुमान जी की पूजा करते समय उन्हें नारियल, गुड़-चने का प्रसाद या इमरती चढ़ाएं।

Shri Ramdootaya: Hanuman is honored as being the devoted messenger of Lord Rama, emphasizing his unwavering loyalty and service. This line serves to be a reminder with the virtues of devotion and obligation.

संघर्ष और समस्याओं का निराकरण: हनुमान जी को उसके असली सेवक के रूप में जाना जाता है जो राम भगवान के सेतु निर्माण में अपने बल और सामर्थ्य को प्रदर्शित करते हैं। हनुमान शाबर मंत्र का प्रयोग संघर्षों और समस्याओं के समाधान में मदद कर सकता है।

ॐ महाबलाय वीराय चिरंजिवीन उद्दते. हारिणे वज्र देहाय चोलंग्घितमहाव्यये। नमो हनुमते आवेशाय आवेशाय स्वाहा।

सामाजिक और मानसिक शांति: हनुमान जी के मंत्रों का जाप करने से मानसिक तनाव और चिंता दूर होती है। यह मन को शांत करता है और किसी भी प्रकार की मानसिक अशांति या उलझनों से मुक्ति दिलाता है। जब आप हनुमान मंत्रों का जाप करते हैं, तो आपका मन शांत और संतुलित होता है, जिससे जीवन में शांति का अनुभव होता है।

चेतावनी : हनुमानजी के साबर मंत्र पढ़ने या जपने के कुछ नियम होते हैं पहले उन्हें जान लें। साबर मंत्रों को स्वयंसिद्ध माना गया है। इसके बोलते ही संबंधित देवी या देवता जाग्रत हो जाते हैं।

शब्द सांचा पिंड काचास्फुरो मन्त्र ईश्वरो वाचा।।

ध्यायेतिथम् कपिवरम ह्रुति भवमयी

इस मन्त्र को सात बार पढ़ कर चाकू से अपने चारों तरफ रक्षा रेखा खींच ले गोलाकार, स्वयं हनुमानजी साधक की रक्षा करते हैं। शर्त यह है कि मंत्र को सिद्ध करने के बाद विधि विधान से पढ़ा गया हो।

पूजा:साधना शुरू करने से पहले हनुमान मंदिर में सिन्दूर, लाल कपड़ा, मिठाई, और फूल चढ़ाएं।भगवान हनुमान की तस्वीर के सामने धूप और तेल का दीपक जलाएं।

अगर आप अपनी किसी समस्या के समाधान हेतु हनुमान शाबर मंत्र का प्रयोग करना चाहते हैं तो इसके लिये कुछ महत्वपूर्ण नियमों का ध्यान आपको अवश्य रखना hanuman shabar mantra चाहिये। क्योंकि ये मंत्र शत्रु बाधा, नकारात्मक ऊर्जा, बीमारी से अप्रत्याशित संकट से तभी राहत दिलवाता है जबकि इससे जुड़े नियमों का विशेष तौर पर ध्यान रखा गया हो।

धरती माता धरती पिता, धरती धरे ना धीरबाजे श्रींगी बाजे तुरतुरि

नजर-गुजर देह बांधों रामदुहाई फेरों शब्द शाचा,

ॐ दक्षिणमुखाय पञ्चमुखिहनुमते करालवदनाय नरसिंहाय

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